गर चाहो किसी को तो जताना जरूरी है
जो बात दिल में है वो बताना जरूरी है
दिलरुबा कब कहती है कि उसका इंतजार करो
मगर रूठे कभी वो तो मनाना जरूरी है
चाहे टूटा फूटा ही क्यों ना हो पर अपना हो
एक हसीं आशियाना तो बनाना जरूरी है
हर इक बात दिल में रखोगे तो दिल टूटेगा
कभी एक दो बातों को भुलाना जरूरी है
वो तेरी थी और तेरी ही रहेगी "साहिल"
तुम्हें भी तो अपना उसको बनाना जरूरी है